
भिंड जिला रिपोर्टर राजबहादुर सिंह भिंड की अपनी अलग ही पहचान रही है. पहले डकैतों की बजह से रहा, फिर खून के बदले खून, फिर जातिवाद, अब सरकारी दफ़्तरों के क्रिया कालापों से किसी दफ़्तर में कुछ घटित हो रहा है तो किसी में कुछ भिंड तहसीलदार ने एक नया कारनामा किया है. भिंड को मृत घोषित कर दिया है.